डाइट में शामिल करें ये एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स, आप हमेशा सेहतमंद बने रहेंगे

डाइट में शामिल करें ये एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स, आप हमेशा सेहतमंद बने रहेंगे

सेहतराग टीम

सेहतमंद सभी लोग रहना चाहते हैं। इसलिए तो लोग तरह-तरह का उपाय भी अपनाते हैं। कई लोग एक्सपर्ट की सलाह लेते हैं तो कई लोग एक्सरसाइज और योग के माध्यम से अपने आप को सेहतमंद बनाए रखना चाहते हैं। वैसे हर उपाय बेहतर होता है लेकिन इन उपायों के साथ अगर अपने आहार पर लोग ध्यान दें वो उनके लिए ज्यादा फायदेमंद होगा। वहीं अगर लोग अपनी डाइट में एंटी-इंफ्लेमेटरी युक्त चीजों को शामिल करते हैं तो वो उनके लिए काफी लाभकारी होगा। क्योंकि एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन और सहायक फैट्स होते हैं। तो आइए जानते हैं उन एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स के बारे में जिनके सेवन से हम सेहतमंद बने रह सकते हैं। 

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ब्रोकली

ब्रोकली में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। ब्रोकली एस्ट्रोजन हार्मोन को मेंटेन रखता है। हरी सब्जियों में फोलेट, विटामिन-के और फाइबर पाए जाते हैं। इसके अलावा, इनमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में एंटी-इंफ्लेमेटरी की तरह काम करते हैं। इसमें कैल्शियम भी पाया जाता है जो महिलाओं में होने वाले प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम समस्या को दूर करने में सहायता करता है। साथ ही तनाव, चिड़चिड़ापन, बार-बार खाने और थकान की समस्या को भी दूर करता है।

फैटी फिश

फैटी फिश यानी तैलीय मछली में उच्च मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेटिव, एंटी-कार्सिनोजेनिक के गुण पाए जाते हैं। ये गुण मस्तिष्क को सभी प्रकार की बीमारियों से सुरक्षित रखते हैं। इसके लिए साल्मन, टूना, हेररिंग्स मछलियों का सेवन कर सकते हैं। सप्ताह में दो बार फैटी फिश का सेवन जरूर करें।

ग्रीन टी

इसमें विटामिन, मिनरल, फाइबर, कैफीन, एंटी-ऑक्सीडेंट और एमिनो एसिड पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों में लाभकारी सिद्ध होते हैं। विशेषज्ञ भी ग्रीन टी पीने की सलाह देते हैं। यह सेहत और सुंदरता दोनों के लिए फायदेमंद है। खासकर बढ़ते वजन को कम करने, बालों की समस्या को दूर करने और त्वचा की खूबसरती में निखार के लिए यह वरदान है।

बेरीज

सभी प्रकार के बेरीज में एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा, इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं, जो पुराने रोगों में दवा की तरह काम करते हैं। दो अलग शोधों के जरिए खुलासा हुआ है कि बेरीज के सेवन से NK सेल्स उत्सर्जित होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जिसे पॉलीफेनोल कहा जाता है। पॉलीफेनोल लिवर को क्षति होने से सुरक्षित रखता है। बेरीज इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने में भी मदद करता है।

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